Sunday, August 2, 2020

प्राचीन गुग्गा माडी़ शिव मंदिर में पंडित देशराज शास्त्री जी ने बताया

श्री प्राचीन गुग्गा माडी़ शिव मंदिर में पंडित देशराज शास्त्री जी ने बताया कि रक्षाबंधन का त्योहार 3 अगस्त को है. खास बात ये है कि इस दिन सावन का आखिरी सोमवार भी है. इसके साथ ही 3 अगस्त को सावन की पूर्णिमा भी है. इस बार रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि और आयुष्मान दीर्घायु का संयोग भी बन रहा है जिसकी वजह से इस बार का रक्षाबंधन बहुत शुभ रहने वाला है.

शास्त्री जी ने बताया कि रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 

राखी बांधने के समय भद्रा नहीं होनी चाहिए. कहते हैं कि रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांध दी थी इसलिए रावण का विनाश हो गया. 3 अगस्त को सुबह राखी का मुहूर्त: 9.28 बजे के बाद किसी भी समय राखी बांधी जा सकती है। वैसे राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर 01.48 बजे से शाम 04.29 बजे तक रहेगा। दूसरे शुभ मुहूर्त की बात करें तो ये शाम 07.10 बजे से रात 09.17 बजे तक रहेगा। रक्षा बंधन का पर्व रात 09.17 PM तक मनाया जा सकता है।

रक्षाबंधन के दिन बहुत ही अच्छे ग्रह नक्षत्रों का संयोग बन रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. इस संयोग में सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा इस दिन आयुष्मान दीर्घायु योग है यानी भाई-बहन दोनों की आयु लंबी हो जाएगी. 3 अगस्त को चंद्रमा का ही श्रवण नक्षत्र है. मकर राशि का स्वामी शनि और सूर्य आपस मे समसप्तक योग बना रहे हैं. शनि और सूर्य दोनों आयु बढ़ाते हैं. देशराज शास्त्री ने कहा कि ऐसा संयोग 29 साल बाद आया है.