Tuesday, December 28, 2021

् खन्ना से जगन्नाथपुरी

 श्री प्राचीन गुग्गा मांडी शिव मंदिर समराला खन्ना रोड से जगन्नाथपुरी



जथ्था पहूँचा देश राज शास्त्री जी ने बताया कि  जगन्नाथ पुरी हिंदुओं के लिए चार जरूरी तीर्थ स्थलों में से एक है, जो कई अन्य मंदिरों के बीच भारत में चार धाम का हिस्सा है। भगवान शिव के विश्राम स्थल के रूप में जाना जाने वाला, पुरी का राजसी इतिहास और विरासत तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व का है। शास्त्री जी ने कहा कि मंदिर का भव्य महाप्रसाद आपको यहां आकर बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए। भारत की सबसे बड़ी रसोई में से एक, इस मंदिर में हर दिन हजारों लोगों के लिए मिट्टी के बर्तनों में स्वादिष्ट भोजन पकाया जाता है और भक्तों को दिया जाता है। शहर के धार्मिक त्यौहार बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। उनमें से सबसे मशहूर रथ यात्रा है जिसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस मंदिर में दर्शन आप सुबह 5:30 बजे से रात के 10 बजे के बीच कर सकते हैं। जथ्थे में सम्मिलित भक्त सोहन लाल, किशोरी लाल, नरेश सूद ् स्नेह रानी, सुदेश, लता शर्मा, सुनिता जिन्दल, गीता जिन्दल, सुनीता विनायक शारदा शर्मा, राजेंद्र सूद, रमा सूद, कांता बंसल उषा शेर पुर सीमा पुरी, शशि, सुदेश शर्मा, पूजा ,पुनीत जिंदल ,प्रीती जिंदल आदि रहे