खन्ना---
प्राचीन गुग्गा मांड़ी शिव मंदिर खन्ना पंडित देशराज शास्त्री ने बताया कि अक्षय तृतीया के बेहद खास होने के पीछे कई सारे धार्मिक पहलू छिपे हैं। हिन्दू पुराण के अनुसार इसी दिन से हिन्दू धर्म के प्रसिद्ध चार युगों में से तीसरे युग ‘त्रेता युग’ का आरंभ हुआ था। शास्त्री जी ने कहा की भगवान विष्णु के 24 अवतार में से दो अवतार नर व नारायण का अवतार भी इसी दिन हुआ था। भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का अवतरण भी इसी तिथि को हुआ था। उनका जन्म महर्षि जमदग्नि और रेणुका के घर हुआ था। बचपन में भगवान परशुराम का नाम ‘रामभद्र’ या केवल ‘राम’ था, लेकिन भगवान शिव से उनका प्रसिद्ध शस्त्र ‘परशु’ प्राप्त करने के बाद से उन्हें परशुराम के नाम से ही जाना गया।
भारतीय पर्वों में अक्षय तृतीया पर्व का विशेष महत्व है। इस मुहूर्त को बेहद शुभ माना जाता है। किसी भी नए काम की शुरुआत से लेकर महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी व शादी विवाह जैसे काम भी इस दिन बिना किसी शंका के किए जाते हैं....
अक्षय तृतीया पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 05:38 से दोपहर 12:18 तक है. पूजा की कुल अवधि 6 घंटे 40 मिनट होगी. अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय 14 मई 2021 को सुबह 05:38 बजे से शुरू होकर 15 मई 2021 को सुबह 05:30 बजे समाप्त होगा.