भारत में हर साल मकर संक्रांत से एक दिन पहले लोहड़ी का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. श्री प्राचीन गुगा माड़ी शिव मंदिर में लोहड़ी का पर्व 13 जनवरी को मनाया गया पंडित देशराज शास्त्री ने बताया कि यह पर्व पंजाब और हरियाणा के प्रमुख त्योहारों में से एक है, लेकिन इस पर्व को देश व दुनिया में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, क्योंकि पंजाब के लोग भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बसे हुए हैं. यही वजह है कि दुनिया के कई हिस्सों में विशेषकर कनाडा में भी लोहड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है.
शास्त्री जी ने बताया कि लोहड़ी का त्योहार शरद ऋतु के अंत में मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि लोहड़ी के दिन साल की सबसे लंबी अंतिम रात होती है और अगले दिन से धीरे-धीरे दिन बढ़ने लगता है. कहा जाता है कि लोहड़ी के समय किसानों के खेत लहलहाने लगते हैं और रबी की फसल कटकर आती है. नई फसल के आने की खुशी और अगली बुवाई की तैयारी से पहले लोहड़ी का जश्न मनाया जाता है. यह पर्व कृषियों को समर्पित है. इस मौके पर पुष्पा बक्शी नीना शाही, कृष्णा सैनी, स्नेह, रेखा शर्मा ,कांता बंसल ओम शर्मा , चांद सूद, इंदु सूद, प्रीति वर्मा, लता शर्मा मधु गुप्ता, सुनीता जिंदल ,गीता जिंदल रीटा लटावा, कैलाश थोर, राज थोर ,राज विनायक विनायक रमा, बक्शी ,मंजू बक्शी, शारदा शर्मा निर्मल शर्मा,दीपो शर्मा,सपना शर्मा, सुषम सिंगला