प्राचीन गुग्गा मांड़ी शिव मंदिर के पुजारी पंडित देशराज शास्त्री जी ने बताया कि इस बार सूर्य आंशिक रूप से ढका हुआ दिखाई देगा और आंशिक रूप से ग्रहण को 'खण्डग्रास ग्रहण' कहते हैं 4 दिसंबर शनिवार को लगने जा रहा है
शास्त्री जी ने बताया की अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका इन देशों में ही या ग्रहण दिखाई देगा
शास्त्री जी ने बताया कि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा, जिसकी वजह से इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. और ना ही मंदिरों के कपाट बंद होंगे ज्योतिष के अनुसार, गर्भवती स्त्रियों को भी किसी प्रकार परहेज नहीं करना पड़ेगा
शास्त्री जी ने बताया कि धार्मिक लिहाज से ग्रहण कभी शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दरमियान सूर्य या चंद्र को राहु पीड़ित करता है. जिससे दोनों ही ग्रह ग्रसित रहते हैं. इस दौरान कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है. उपछाया ग्रहण के बावजूद माना जा रहा है कि सूर्य ग्रहण का राशियों पर प्रभाव मिलेगा. कुछ राशि वालों के लिए यह ग्रहण बुरे असर वाला हो सकता है.