Thursday, December 23, 2021

25 दिसंबर को घर-घर में तुलसी पूजन करना चाहिए।

 श्री प्राचीन गुग्गा  मांडी शिव मंदिर स्थित पंडित देशराज शास्त्री जी ने धर्म चर्चा में कहा कि 25 दिसंबर को घर-घर में तुलसी पूजन करना चाहिए। उन्होंने कहा यह दिन तुलसी दिवस के


रूप श्री प्राचीन गुग्गा माड़ी शिव मंदिर में  मनाया जाएगा   शास्त्री जी ने कहा कि अपने अपने घरों में धी के पांच दीपक अवश्य जलाएं  क्योंकि हिदू धर्म में तुलसी को पूजनीय माना गया है और आयुर्वेद में तुलसी को अमृत कहा गया है क्योंकि ये औषधि का काम भी करती है

शास्त्री जी ने कहा  कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां हमेशा सुख-शांति का वास होता है। शास्त्रों के अनुसार तुलसी के पत्ते के बिना भगवान श्री हरि भोग स्वीकार नहीं करते हैं। सुबह अपने नैतिक कार्यो से निवृत होकर मां तुलसी की पूजा करनी चाहिए इसके बाद तुलसी की परिक्रमा करनी चाहिए, जोकि अपनी सुविधानुसार सात, 11, 21 या 111 परिक्रमा कर सकते हैं और उसके बाद मां तुलसी का ध्यान कीजिए। भगवान को किसी भी वस्तु का भोग लगाने से पहले उसमें तुलसी के पत्ते डालकर प्रसाद वितरित करना चाहिए।  उसे अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है। स्कंद पुराण के अनुसार जिस घर में तुलसी का बगीचा होता है अथवा प्रतिदिन पूजन होता है। उस घर में यमदूत प्रवेश नहीं करते। तुलसी की उपस्थिति मात्र से नकारात्मक शक्तियों एवं दुष्ट विचारों से रक्षा होती है। गरुड़ पुराण के अनुसार तुलसी का वृक्ष लगाने, पालन करने, सींचने तथा ध्यान, स्पर्श और गुणगान करने से मनुष्यों के पूर्व जन्मार्जित पाप जलकर नष्ट हो जाते हैं।  और शास्त्रों में कहा गया है कि जिस घर में तुलसी नहीं होती वह घर नर्क के समान माना जाता है आज के दिन केवल तुलसी की पूजा ही नहीं होती है बल्कि एक अभियान के तहत घर-घर तुलसी का पौधा लगाया जाता है।