Tuesday, January 14, 2020

प्रभु श्री रामलीला कमेटी ने मकर सक्रांति के दिन कराया हवन यज्ञ



खन्ना--
मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में प्रभू श्री रामलीला कमेटी खन्ना की तरफ से शहर की सुख शांति और कारोबार में तरक्की के लिए हवन यज्ञ करवा, जिसमें प्रभु श्री रामलीला कमेटी के चेयरमैन विपन चंद्र गेंद, सरपरस्त मदनलाल शाही, अध्यक्ष सुबोध मित्तल, की अगुवाई में करवाया गया, जिसमें संस्कृत कॉलेज के पंडित प्रेम शर्मा जी ने मकर सक्रांति की मह्तता के बारे में बताते हुए कहा मकर सक्रांति के दिन स्नान, दान के साथ भगवान सूर्य की पूजा का विशेष महत्व है। पदम पुराण के अनुसार, मकर संक्रांति में दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन भगवान सूर्य को लाल वस्त्र, गेहूं, गुड़, मसूर दाल, तांबा, स्वर्ण, सुपारी, लाल फूल, नारियल, दक्षिणा आदि देने का शास्त्रों में विधान है। इस मकर संक्रांति के पुण्य काल में किए गए दान-पुण्य सामान्य दिन के दान-पुण्य से करोड़ों गुना ज्यादा फल देने वाला होता है। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि कर्क संक्रांति के समय सूर्य का रथ दक्षिण दिशा की ओर मुड़ जाता है। इससे सूर्य का मुख दक्षिण दिशा की ओर एवं पीठ हमारी ओर होती है, इसके विपरीत मकर सक्रांति के दिन से सूर्य का रथ उत्तर की ओर मुड़ जाता है अर्थात् सूर्य का मुख हमारी ओर (पृथ्वी की ओर) हो जाता है। फलतः सूर्य का रथ उत्तराभिमुख होकर हमारी ओर आने लगता है और सूर्य देव हमारे और आना शुरू कर देते हैं, संस्कृत कॉलेज के प्रिंसिपल श्री भगवान दास जी, कपिल भट, रोहित शर्मा, हेमानंद जी, त्रिलोचन जी, और कॉलेज के छात्रों द्वारा मंत्रों उच्चारण द्वारा हवन बड़ी श्रद्धापूर्वक करवाया गया, प्रभू श्री रामलीला कमेटी के महासचिव कमल कपूर जी ने आए हुए सभी सदस्यों को मकर सक्रांति की बधाई देते हुए शहर की सुख शांति और सब के कारोबार की तरक्की के लिए अरदास की, आज के हवन सामग्री की सेवा अजय मित्तल जी द्वारा की गई, लड्डू की सेवा विकाश अग्ग्र्वाल जी द्वारा की गई, फल की सेवा जितेंद्र नारंग ज्योति जी द्वारा की गई, इस मौके संस्कृत कॉलेज के महासचिव श्री द्वारका दास जी विशेष तौर पर पहुंचे, प्रभु श्री रामलीला कमेटी के चेयरमैन विपन चंद्र गेंद, सरपरस्त मदनलाल शाही, अध्यक्ष सुबोध मित्तल ,महासचिव कमल कपूर, कैशियर विकास अग्रवाल, अजय मित्तल, जतिन्दर नारंग, सनी मेहता, अवतार मोरय, सुरेंद्र मान, मुनीश होंडा, जतिन्दर निखिल, राहुल गर्ग बावा, मौजूद थे